5 ESSENTIAL ELEMENTS FOR SHABAR MANTRA

5 Essential Elements For shabar mantra

5 Essential Elements For shabar mantra

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इससे आप जीवन के उन सभी क्षेत्रों में सफल हो सकते हैं

“ॐ ह्रीं श्रीं गोम गोरक्ष, निरंजनात्मने हम फट स्वाहाः”: The ultimate Component of the mantra involves the phrase “निरंजनात्मने” which signifies the ‘unblemished soul’, referring towards the pure spiritual essence of Gorakhnath.

।। ॐ स्धशीचछन्नसिर: कृपणंभयं हस्तेवरम बिभ्रती धोरास्याम सिर्शाम स्त्रजा सुरुचिरामुन्मुक्त केशावलिम

यह रोग मुक्ति के लिए सदैव रामबाण सिद्ध हुआ है

को बाँध ,पश्चिम को बाँध , दक्षिण को बाँध ,

Shabar Mantras, recognized for their simplicity and energy, offer you a range of Gains when chanted with religion and intention. Here are some with the likely Advantages:

The mantra can be recited to carry about Restoration from Actual physical complications like sickness and ailments. Some traditional treatment options are added Along with the mantra.

These Mantras should be provided by that Saadhak himself. The 2nd purpose is always that area deities who protect a local clan of tribals are bound to these Mantras; that's why, they grant only the wishes of that clan.

ॐ वज्र में कोठा, वज्र में ताला, वज्र में बंध्या दस्ते द्वारा, तहां वज्र का लग्या किवाड़ा, वज्र में चौखट, वज्र में कील, जहां से आय, तहां ही जावे, जाने भेजा, जांकू खाए, हमको फेर न सूरत दिखाए, हाथ कूँ, नाक कूँ, सिर website कूँ, पीठ कूँ, कमर कूँ, छाती कूँ जो जोखो पहुंचाए, तो गुरु गोरखनाथ की आज्ञा फुरे, मेरी भक्ति गुरु की शक्ति, फुरो मंत्र इश्वरोवाचा.

 

It guards the home from all sorts of disasters and protects it from any type of normal and unnatural calamities.

ॐ शून्य शून्य महाशून्य, महाशून्य में ओंकार, ओंकार मे शक्ति, शक्ति अपन्ते उहज आपो आपना, सुभय में धाम कमल में विश्राम, आसन बैठी, सिंहासन बैठी पूजा पूजो मातंगी बाला, शीश पर शशि अमीरस प्याला हाथ खड्ग नीली काया। बल्ला पर अस्वारी उग्र उन्मत्त मुद्राधारी, उद गुग्गल पाण सुपारी, खीरे खाण्डे मद्य मांसे घृत कुण्डे सर्वांगधारी। बूँद मात्रेन कडवा प्याला, मातंगी माता तृप्यन्ते तृप्यन्ते। ॐ मातंगी, सुंदरी, रूपवन्ती, धनवन्ती, धनदाती, अन्नपूर्णी, अन्नदाती, मातंगी जाप मन्त्र जपे काल का तुम काल को खाये । तिसकी रक्षा शम्भुजती गुरु गोरखनाथजी करे ।

We might be sleeping soundly whilst anyone is plotting to interrupt into our household. In advance of about to mattress, reciting the mantra will preserve us Protected from these dishonest folks along with other harmful resources.

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